EPFO pension hike announced: वर्ष 2025 में कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) ने पेंशनभोगियों के लिए एक बड़ी राहत की घोषणा की है। महंगाई और जीवन यापन की बढ़ती लागत को ध्यान में रखते हुए, सरकार ने न्यूनतम पेंशन राशि को वर्तमान ₹1,000 प्रति माह से बढ़ाकर ₹7,500 प्रति माह करने का निर्णय लिया है। यह महत्वपूर्ण कदम लाखों रिटायर्ड कर्मचारियों और उनके परिवारों के जीवन स्तर को सुधारने के लिए उठाया गया है। इस बढ़ोतरी से देश भर में लगभग 65 लाख पेंशनभोगियों को लाभ मिलने की उम्मीद है।
वृद्धि का उद्देश्य और आवश्यकता
सरकार और EPFO ने यह निर्णय इसलिए लिया है क्योंकि मौजूदा ₹1,000 प्रति माह की न्यूनतम पेंशन राशि वर्तमान समय में पर्याप्त नहीं है। बढ़ती महंगाई, चिकित्सा खर्चों और दैनिक जरूरतों की बढ़ती कीमतों के कारण पेंशनभोगी लंबे समय से इस वृद्धि की मांग कर रहे थे। इस फैसले का मुख्य उद्देश्य वृद्धावस्था में वित्तीय स्थिरता प्रदान करना, पेंशनभोगियों के जीवन स्तर को ऊपर उठाना और बढ़ती महंगाई के प्रभाव को कम करना है।
पात्रता मानदंड और लागू तिथि
EPFO पेंशन पाने के लिए कुछ महत्वपूर्ण पात्रता मानदंड हैं। सबसे पहले, कर्मचारी को EPFO का सदस्य होना चाहिए और कम से कम 10 साल की सेवा पूरी करनी चाहिए। नियमित पेंशन 58 वर्ष की आयु में शुरू होती है, जबकि 50 वर्ष की आयु में भी कम राशि के साथ जल्दी पेंशन का विकल्प उपलब्ध है। यह नई बढ़ी हुई पेंशन योजना अप्रैल 2025 से लागू होने की संभावना है। सभी पात्र लाभार्थियों को यह राशि स्वतः उनके बैंक खातों में जमा कर दी जाएगी और इसके लिए अलग से आवेदन करने की आवश्यकता नहीं होगी।
पेंशन की गणना कैसे होती है
EPFO पेंशन की गणना एक विशेष फॉर्मूला के आधार पर की जाती है। पेंशन राशि = (पेंशन योग्य वेतन × सेवा अवधि) ÷ 70। उदाहरण के लिए, यदि किसी कर्मचारी का पेंशन योग्य वेतन ₹15,000 और सेवा अवधि 20 वर्ष है, तो उसकी मासिक पेंशन ₹4,285.71 होगी। हालांकि, नए नियम के तहत यदि यह राशि ₹7,500 से कम है, तो कर्मचारी को न्यूनतम ₹7,500 प्रति माह की पेंशन मिलेगी।
पेंशन के विभिन्न प्रकार
EPFO के तहत कई प्रकार की पेंशन योजनाएं उपलब्ध हैं। सुपरएनुएशन पेंशन वह नियमित पेंशन है जो कर्मचारी को 58 वर्ष की आयु पूरी होने पर मिलती है। इसके अलावा, जल्दी पेंशन 50 वर्ष की उम्र में शुरू होती है, लेकिन इसमें राशि कम हो जाती है। विधवा पेंशन सदस्य की मृत्यु होने पर उसके जीवनसाथी को दी जाती है, जबकि अनाथ पेंशन माता-पिता दोनों की मृत्यु होने पर उनके बच्चों को प्रदान की जाती है।
अतिरिक्त लाभ और विशेषताएं
इस पेंशन वृद्धि के साथ महंगाई भत्ता (DA) भी जोड़ा जाएगा, जिससे पेंशनभोगियों को और अधिक राहत मिलेगी। इसके अलावा, EPS-95 राष्ट्रीय आंदोलन समिति ने सरकार से रिटायर्ड कर्मचारियों और उनके जीवनसाथियों के लिए मुफ्त चिकित्सा सुविधा की भी मांग की है। यदि यह मांग स्वीकार कर ली जाती है, तो इससे वृद्ध पेंशनभोगियों को बड़ी राहत मिलेगी, जिन्हें अक्सर चिकित्सकीय खर्चों का सामना करना पड़ता है।
इस वृद्धि के फायदे और प्रभाव
इस पेंशन वृद्धि से कई महत्वपूर्ण फायदे होंगे। सबसे पहले, इससे रिटायर्ड कर्मचारियों को अपने दैनिक खर्चों को पूरा करने में मदद मिलेगी। यह योजना आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों को सामाजिक सुरक्षा प्रदान करेगी। इसके अलावा, पेंशनभोगी की मृत्यु होने पर उसके परिवार को भी पेंशन का लाभ मिलता रहेगा, जिससे उनकी आर्थिक स्थिरता सुनिश्चित होगी। इस वृद्धि से न केवल पेंशनभोगियों का जीवन स्तर बेहतर होगा, बल्कि समाज में उनका सम्मान भी बढ़ेगा।
अस्वीकरण
यह लेख केवल जानकारी प्रदान करने के उद्देश्य से लिखा गया है। EPFO पेंशन वृद्धि से संबंधित अधिक जानकारी और आधिकारिक घोषणाओं के लिए कृपया EPFO की आधिकारिक वेबसाइट या नजदीकी EPFO कार्यालय से संपर्क करें। पेंशन की पात्रता, गणना और अन्य विवरण समय-समय पर बदल सकते हैं, इसलिए हमेशा ताजा जानकारी के लिए आधिकारिक स्रोतों का अनुसरण करें।